पी ओ डूडा सब पर भारी,लगा रहा है पीएम आवास योजना में जिले के गरीबों को चूना
सरकार से शासन प्रशासन तक की गयी शिकायतों पर इस भ्रष्ट अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही का न होना सरकार सवालों के कटघरे में नजर आती है
जौनपुर। आकंठ भ्रष्टाचार में गोते लगा रहे पी ओ डूडा अनिल कुमार वर्मा के भ्रष्ट कारनामों से लाभार्थियों सहित विभाग में कार्यरत आउट सोर्सिंग के कर्मचारी गण परेशान एवं पीड़ित है। टाप टू बाटम हर स्तर पर शिकायती पत्र लगातार दे रहे हैं लेकिन अधिकारी की सेहत पर कोई असर नहीं है। खबर है कि सरकार के किसी मंत्री का वरदहस्त प्राप्त करने के बाद पी ओ डूडा पूरी तरह से बेलगाम हो कर धनोपार्जन की लूट में जुटा हुआ है। जनपद के प्रभारी मंत्री तक पी ओ डूडा के भ्रष्ट कृत्यों पर फटकार लगायी उसका कोई असर नहीं पड़ा बल्कि और भी ढिठाई के साथ शोषण अभियान चला रहा है।
यहाँ बतादे कि जनपद में सरकार के निर्देश पर प्रधानमंत्री आवास योजना में कार्यो के निरीक्षण एवं अभ्यर्थियों के बाबत पात्रों की छानबीन के लिए आउट सोर्सिंग पर जूनियर इंजीनियर एवं अन्य कर्मचारी गण रखें गये है इन कर्मचारियों से उनका मूल कार्य न लेकर उन्हें अपना दलाल बना रखा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास के लिए आवेदन देने वाले अभ्यर्थियों की जांच के नाम पर प्रति अभ्यर्थी 2 से 5 हजार रुपये की वसूली करवाने का काम लिया जा रहा है ।
इसका विरोध करने पर कर्मचारियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखा दिया जा रहा है। सबसे पहले पी ओ डूडा ने यहाँ पर एन यू एल एम में सीओ के पद पर कार्यरत उषा राय को नौकरी से बाहर किया तो मामला जिले के प्रभारी मंत्री एवं महिला आयोग के संज्ञान में आने पर पी ओ डूडा को कड़ी फटकार लगी और तत्काल कार्यभार ग्रहण कराने का आदेश हुआ लेकिन आज तक कार्यभार ग्रहण नहीं कराया है। इसके बाद अब नया मामला सामने आया है किपी ओ डूडा के भ्रष्ट कारनामों में शामिल रहने से इनकार करने पर जेई सुरजीत यादव, दयानन्द, नीरज पटेल, आनन्द पटेल को कार्य मुक्त कर दिया है वहीं प्रमोद नामक जेई से जबरदस्ती त्याग पत्र ले लिया है। पीओ डूूडा के दलाल नंबर वन
इसके धनोपार्जन के खेल में यहाँ पर काम करने वाले जेई अवधेश यादव, अखिलेश यादव एवं दयाशंकर का नाम खासा चर्चा में है। खबर यह है कि इनके माध्यम से अन्य सभी जेईयों से धन की वसूली करायी जाती है। यहां सबसे बड़ा खेल यह होता है कि पी ओ डूडा को घूस देने वाले अपात्र पात्र बन जाते है और घूस की राशि न देने वाले पात्र अपात्र घोषित हो जाते हैं। इस तरह योजना का लाभ असली पात्रों को नहीं मिल पा रहा है। सूत्र ने जानकारी दिया है कि पी ओ डूडा घूस की राशि अपने दलाल कर्मियों के खाते में मंगता है अपने खाते में नहीं। प्रति माह एक से डेढ़ लाख रुपये की वसूली इस योजना के तहत गरीबों से की जाती है। नकदी के साथ सामान भी खुले आम मंगाया जा रहा है।
इस लूट पाट के खेल की जानकारी जिले के लगभग सभी आला अधिकारियों को है लेकिन इसके बाद भी पी ओ डूडा के सेहत पर कोई असर नहीं है। पीड़ित कर्मचारियों ने इनके भ्रष्ट कारनामों सहित लूट की दास्तान प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ सहित उप मुख्यमंत्री, जिले के प्रभारी मंत्री,मंत्री आवास विकास, मंत्री नगर विकास, निदेशक स्बेंज लखनऊ, डीसीएम स्बेंज लखनऊ, निदेशक डूडा लखनऊ, जिलाधिकारी जौनपुर, सीडीओ जौनपुर एडीएम वित्त एवं राजस्व जौनपुर को शिकायती पत्र भेज कर पूरी घटनाओं से अवगत करा दिया है लेकिन किसी भी स्तर से पी ओ डूडा से न तो कोई पूंछताछ हुईं न ही किसी तरह कोई कार्यवाही ही किया गया है। पी ओ डूडा के दलाल नंबर दो
खबर यह भी मिली है कि पी ओ डूडा कहते है जब उपर तक घूस की राशि पहुंचायी जा रही है तो ऐसी शिकायतों का असर क्यों होगा। पी ओ डूडा अनिल कुमार वर्मा के ऐसे बयानात से यह भी संभव है कि कहीं सरकार ने लूट की छूट तो नहीं दे रखा है। जानकारी यह भी मिली है कि पी ओ डूडा जिला प्रशासन के शीर्ष अधिकारी तक को कुछ समझना उचित नहीं मानते हैं। सत्ता धारी दल के एक बरिष्ट नेता ने उप मुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा से पी ओ डूडा के कृत्यों से अवगत कराया उप मुख्यमंत्री ने गम्भीरता से लेने का वादा किया लेकिन इस भ्रष्टाचारी अधिकारी का बाल बांका नहीं हो सका है।
जो भी हो इस अधिकारी पी ओ डूडा को लेकर जो स्थित नजर आ रही है वह यह है कि एक अधिकारी सभी पर भारी हो गया है। कारण जो भी हो लेकिन वह तमाम शिकायतों के बाद भी जिले में रह कर जहाँ प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को बड़ा चूना लगा रहा है। वहीं योजना का लाभ असली पात्र पाने से वन्चित भी हो रहे है। अब देखना है कि सरकार जनपद को इस लुटेरे से मुक्ति कब दिलाती है।
Comments
Post a Comment