सवाल: क्या पुलिस द्वारा सम्पत्ति जप्ती करण से सचमुच अपराधी है भय भीत
जौनपुर। जनपद की पुलिस द्वारा विगत लगभग एक माह से अपराधियों के सम्पत्तियों के जप्ती करण का अभियान धारा 14(1) के तहत जिलाधिकारी के आदेश पर चलाया जा रहा है। यहां पर जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग की कार्रवाई पर एक बड़ा सवाल खड़ा होता है कि क्या सचमुच इस कार्यवाही से अपराध मे कोई कमी आ रही है। अब तक 16 करोड़ रुपए की सम्पत्तियोंको इस अभियान के तहत जप्त किया गया है ।
पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी किये गये वीडियो में गैगेस्टर और सम्पत्तियों के जप्ती करण की कार्रवाई के बाबत जिन अपराधियों जैसे शराब माफिया, मछली माफिया, गो तश्कर, चोर आदि अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही गयी है सचमुच क्या यही समाज में अपराध कारित करते हैं। असली अपराधी तो लुटेरे अथवा सुपारी किलर, सहित समाज के बीच सरेआम गुन्डई करने वाले हैं ऐसे कितने अपराधियों के खिलाफ गैगेस्टर अथवा सम्पत्तियों की कुर्की करते हुए जप्ती करण की कार्रवाई किया गया है यह एक बड़ा सवाल विभाग के शीर्ष अधिकारीयों से है।
यहाँ पर पुलिस विभाग को यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि शराब माफिया कहाँ लूट करता है, मछली माफिया कहाँ डकैती डालता है अथवा कानून की अवहेलना करता है। गो तश्करी क्या किसी गुन्डई का द्योतक है। पुलिस प्रमुख ने कहा पुलिस की इस कार्यवाही से अपराधियों में दहशत है। आम जनता के बीच पुलिस की इस कार्यवाही को लेकर जो चर्चा है उसके अनुसार यह कार्यवाही केवल सस्ती लोकप्रियता के लिए भले पुलिस करें लेकिन इसका कोई असर अपराधियों में नहीं है इसलिए लगभग प्रतिदिन संगीन अपराध की घटनायें हो रही है।
Comments
Post a Comment