मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टण्डन के निधन पर भाजपा ने जताया शोक



जौनपुर। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर भारतीय जनता पार्टी  कार्यालय पर शोक सभा हुई। अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते है, उनके निधन के चलते देश ने एक लोकप्रिय नेता, योग्य प्रशासक और प्रखर समाजसेवी को खोया है, जनसंघ से लेकर भाजपा को शिखर तक पहुंचाने में महती भूमिका निभाये। जिला महामंत्री सुशील मिश्रा ने विस्तार से उनके जीवन पर चर्चा करते हुये कहा कि उनका जन्म 12 अप्रैल 1935 को लखनऊ में हुआ था उनकी शिक्षा दीक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय से पूर्ण हुई, 1952 में जनसंघ के संस्थापक सदस्य बने, लखनऊ नगर महापालिका 1962 और दोबारा 1967 में सभासद चुने गए, इस दौरान वह लखनऊ महानगर जनसंघ के अध्यक्ष बने, जेपी आंदोलन में उत्तर प्रदेश के सह संयोजक बने वह छह मई 1978 से पांच मई 1984 तक विधान परिषद का सदस्य चुने गए थे, छह मई 1990 से अक्टूबर 1996 तक विधान परिषद के सदस्य के साथ ही विधान परिषद में नेता सदन भी रहे, 24 जून 1991 से छह दिसंबर 1992 तक प्रदेश सरकार में ऊर्जा एवं आवास, नगर विकास मंत्री बनाए गए 1996 के मध्यावधि चुनाव में पहली बार भाजपा के टिकट पर विधान सभा का चुनाव में जीत हासिल की, 21 मार्च से 1997 से आठ मार्च 2008 तक और तीन मई 2002 से 25 अगस्त 2003 तक आवास एवं नगर विकास मंत्री रहे। 2009 चुनाव में वह लोकसभा का चुनाव जीते 21 अगस्त 2018 में बिहार के राज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई और 20 जुलाई 2019 में टण्डन जी मध्य प्रेदश के राज्यपाल बनाए गए और राज्यपाल रहते ही आज सुबह 5:35 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली । 
शोकसभा में पूर्व जिलाध्यक्ष हरिश्चन्द्र सिंह, पूर्व विधायक सुरेन्द्र प्रताप सिंह, जिला महामंत्री पीयूष गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंघानियां, जिला मंत्री रविन्द्र सिंह राजू दादा, डीसीएफ चेयरमैन धनञ्जय सिंह, आमोद सिंह, विनीत शुक्ला, अनिल गुप्ता, सिद्धार्थ राय, रोहन सिंह, इन्द्रसेन सिंह, प्रमोद प्रजापति, शुभम मौर्या आदि लोग उपस्थित रहें।

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