सुरेरी थाने में तैनात दरोगा की मौत से थाना सहित विभाग शोक में डूबा




जौनपुर। जनपद के थाना सुरेरी पर तैनात सीनियर उपनिरीक्षक रामानंद 48साल बीती रात को  उपचार के दौरान वाराणसी के एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। विगत चार दिनों से उन्हें सांस लेने में दिक्कत व खांसी से पीड़ित थे। जानकारी के अनुसार दरोगा सुरेरी थाने पर तीन वर्षों से तैनात थे । सोमवार की सुबह अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी और अचेत हो गए। जैसे ही दरोगा की तबीयत बिगड़ने की सूचना पुलिसकर्मियों को लगी तो आनन- फानन 108 नंबर एंबुलेंस पर फोन पर उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर ले जाया गया । जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिए। वहींं गंभीर स्थिति को देख जिला अस्पताल से भी डॉक्टरों ने वाराणसी के बीएचयू  के लिए रेफर कर दिया। वाराणसी स्थित चितईपुर में  सनराइज हॉस्पिटल में उनका उपचार शुरू हुआ जहां हालत में कोई सुधार नहीं हो सका  सोमवार को ही देर रात्रि लगभग 11:30 बजे उपचार के दौरान दारोगा की मौत हो गई। जैसे ही मौत की सूचना थानाध्यक्ष सुरेरी मुन्ना राम धुसिया व अन्य पुलिस कर्मियों को हुई तो थाने में भी अफरा-तफरी मच गई। 48 वर्षीय दरोगा रामानंद मूल रूप से गोरखपुर जनपद के सिकरीगंज थाने के उसरेन गांव के निवासी थे। मृतक दरोगा की पत्नी सुशीला अपने एक 16 वर्षीय पुत्र अभिषेक व दो पुत्री 25 वर्षीय पूर्णिमा, 20 वर्ष की प्रतिमा के साथ वाराणसी में ही रहती थी। मौत के एक दिन बाद कोरोना जांच रिपोर्ट आई निगेटिव सुरेरी थाने पर तैनात दाारोगा की तबीयत खराब होने के दौरान जिला अस्पताल पर बीते सोमवार को कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया था। रिपोर्ट उनके मौत के एक दिन बाद मंगलवार को निगेटिव आनेे से क्षेत्रीय लोगों में हो रही तरह -तरह की चर्चाओं पर विराम लग गया। इस घटना ने थाना सहित विभाग को शोकाकुल कर दिया है। 

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