बेसिक शिक्षा विभाग में परत दर परत खुल रही है फर्जीवाड़े की पोल तीसरी शिक्षिका गरिमा सिंह का प्रमाण पत्र मिला फर्जी
जौनपुर । बेसिक शिक्षा विभाग में खुल रही परत दर परत भ्रष्टाचार की गाथायें अब इतना तो संकेत देने लगी है कि यह विभाग आकंठ भ्रष्टाचार में गोते लगा रहा है। कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय में फर्जीवाड़ा का पहला खुलास अनामिका शुक्ला के रूप में सामने आया इसके बाद फर्जीवाड़े का मास्टर माइंड आनन्द सिंह जौनपुर का निकला तत्पश्चात यहाँ के कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों के शिक्षको के शैक्षिक योग्यताओं प्रमाण पत्रों की जांच शुरू हो गयी ।
पहला मामला प्रीती यादव के रूप में सामने आया इसके बाद दूसरा मामला दीप्ति के रूप में फर्जीवाड़े की भेंट चढ़ा तो अब तीसरा मामला गरिमा सिंह का सामने आ गया है। सूत्र की माने तो तीनों के शैक्षिक प्रमाण पत्रों में जाल फरेब करने वाला एसटीएफ के द्वारा गिरफ्तारी के पश्चात जेल की सलाखों के पीछे कैद आनन्द सिंह ही है।
सत्यापन के दौरान गरिमा सिंह के शैक्षिक प्रमाण पत्र में लगी इन्टर के प्रमाण पत्र फर्जी मिले है । जांच में गरिमा सिंह इन्टर फेल बतायी जा रही है। हलांकि यदि गहन जांच होगी तो और भी शिक्षकों के प्रमाण पत्र फर्जी मिल सकते है क्योंकि फर्जीवाड़ा करने वाला मास्टर माइंड जौनपुर का है और कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों का ही काम देखता रहा है सभी प्रमाण पत्रों का कस्टोडियन भी था इतना ही नहीं डीसी कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय फर्जीवाड़े आनन्द सिंह की पत्नी शोभा तिवारी ही है।
यहाँ यह भी खबर मिली है कि गरिमा सिंह आन्नद सिंह की रिस्तेदार है यह पहले शाहगंज कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय में तैनात थी इनका स्थानान्तरण बक्शा में आनन्द सिंह ने ही कराया था। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस फर्जीवाड़े में गरिमा सिंह के नाम का खुलासा करते हुए बताया कि इनके पिता के के सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी के पास प्रार्थना पत्र दिया है कि जांच में हमें सूचित किया जाना चाहिए हमारे बेटी गरिमा सिंह का प्रमाण पत्र जिस विद्यालय का है वहां पर आग लगाने से सभी अभिलेख जल गये है। हमारी बेटी बायोलोजी से इन्टर किया है। बेसिक शिक्षा अधिकारी कहते हैं जांच चल रही है दोषी बख्शे नहीं जायेगे।
इसी क्रम में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने यह भी आशंका जाहिर किया कि जो स्थित है उससे लगता है कि अभी और भी शिक्षक पकड़े जा सकते है। जाल फरेब में पति के संलिप्त डीसी कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय शोभा तिवारी पर किसी तरह की कार्यवाही के सवाल पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि हमने नियुक्ति अधिकारी को अपनी रिपोर्ट भेज दिया है कार्यवाही करना न करना अब उनकी जिम्मेदारी है।
गरिमा सिंह का नाम आते ही एक बार फिर से बेसिक शिक्षा विभाग में भूचाल सा आ गया है
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