जेल प्रशासन के सहयोग से रोजा रख कर इबादत कर रहे हैं एक सैकड़ा बन्दी



    जौनपुर। जिला कारागार में निरुद्ध अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को परवरदिगार की इबादत में जेल प्रशासन पूरी तन्मयता के साथ लगा हुआ है।  इसी लिए जेल की सीखचों में कैद 12 महिलाओं सहित लगभग एक सैकड़ा अल्पसंख्यक बन्दी पाक रमजान के महीने में अल्लाह ताला के लिए रोजा रख कर इबादत कर रहे है। इसमें जेल प्रशासन रोजेदारों के लिए बेहतर व्यवस्था का इन्तजाम किया है। इसीलिए रमजान की रहमत जेल में भी बरस रही है। 
खबर के मुताबिक जेल में बन्द एक सैकड़ा अल्पसंख्यक बन्दीयों ने रोजा रख कर इबादत करने की सूचना जेल के प्रभारी अधीक्षक राजकुमार को दिया। जेल अधीक्षक ने उन्हें रोजा रखने की सहमति देते हुए  उनके लिए सहरी से लगायत रोजा इफ्तार की उचित व्यवस्था किया साथ ही कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते शोसल डिस्टेन्सिंग बनाये रखते हुए नमाज़ अदा करते हुए तरावीह पढ़े। साथ ही अपने गुनाहो से तौबा करते अपनी रिहाई के लिए अल्लाह ताला से दुआ करे। 
यहाँ बतादे कि कोरोना संक्रमण के चलते लाक डाऊन होने के कारण परिवार के लोगों का मेल मिलाप बन्द हो गया है। ऐसे में जेल प्रशासन जेल मैनुअल के अनुसार रोजेदारों को हर सहूलियत प्रदान कर रहा है। प्रभारी जेल अधीक्षक की माने तो रोजेदारों को प्रति दिन सहरी के लिए फल एवं खजूर आदि के अलावां इफ्तार के समय भोजन आदि की समुचित व्यवस्था की जा रही है। महिला बन्दीयो को उनके बैरेक में सभी सुविधाएं मुहैया करायी जाती है। 
सूत्र की माने तो प्रभारी जेल अधीक्षक स्वयं सुबह शाम को रोजेदारों को दी जाने वाली व्यवस्थाओं की चेकिंग करते है।  प्रभारी जेल अधीक्षक राजकुमार कहते हैं कि रोजेदारों को सहरी के समय पाव रोटी बिस्किट दही चीनी  फल आदि दिया जाता है इफ्तार के समय मैनुअल के अनुसार भोजन दिया जा रहा है।  उनको पढ़ने के लिए कुरआन आदि धार्मिक पुस्तकें  लाइब्रेरी में व्यवस्था की गयी है ।

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