कम्युनी किचन से कच्चा खाना दिया जा रहा है गरीबों को,क्या यही है गरीब सेवा
म
जौनपुर। जनपद में जिला प्रशासन खाद्यान एवं लंच पैकेट को वितरित करने का चाहे जितने दावे करे लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही है। कोविड 19वैश्विक महामारी के चलते लाक डाऊन अवधि में सरकारी स्तर पर कम्युनी किचन से गरीबों को दिये जा रहे भोजन लंच पैकेट पर सवाल उठने लगे है । इसको लेकर वायरल एक वीडियो में गरीब परिवारों के लोग बता रहे है कि सरकारी कम्युनी किचन से जो खाना मिल रहा है वह कच्चा रहता है। उसे खाने से बच्चे अथवा खाने वाला हर एक व्यक्ति बीमार हो जा रहा है ।
गरीब बता रहे है कि उनके पास न तो राशन कार्ड है न ही सरकारी स्तर से कोई आनाज अथवा खाद्यान आदि ही मिल रहा है। गरीब अपनी भुखमरी का रोना रोने को मजबूर हो गया है।
जिला प्रशासन के लोगों का दावा है कि कम्युनी किचन निरीक्षण जिला स्तरीय अधिकारी लगातार करते है वहां पर पौष्टिक एवं शुद्ध पका हुआ भोजन गरीबों को दिया जा रहा है। लेकिन सच इसके ठीक विपरीत है। उदाहरण के लिए जैसे हांडी का एक चावल पूरी हांड़ी के चावल की जानकारी हो जाती है उसी तरह इस व्यवस्था में एक जगह की स्थिति देखकर पूरी व्यवस्था का आकलन सहज ही लगाया जा सकता है कि सरकारी तंत्र क्या कर रहा है।
अब देखना है कि जिले के आला हुक्मरान इस पर कोई कार्यवाही करते है या चुप्पी साध कर अपने मातहतों की हौसला अफजाई करते है।
Comments
Post a Comment