बाहर से आने वालों को सीधे घर जाने से रोका जाये



     जौनपुर। शासन द्वारा दिये गये  निर्देश के तहत कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत घोषित लॉक डाउन के दौरान अन्य राज्यों में कार्य करने वाले प्रदेश के निवासी वापस अपने मूल जनपदों में आने वालों को  महामारी फैलाने से रोकने हेतु यह आवश्यक है कि उन्हें  जनसामान्य से अलग  रखा जाए।
   इसे दृष्टिगत रखते हुए  ऐसे व्यक्तियों को सीधे उनके घर पर पहुचाने के बजाय धर्मशालाओं, हॉस्टलों इत्यादि में क्वॉरेंटाइन करने की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है।   वहीं पर  उनका चिकित्सकीय परीक्षण कराया जाए। उक्त स्थल पर उनके खान-पान इत्यादि की भी व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए उन्हें क्वॉरेंटाइन अवधि के उपरांत ही उनके गांव,घर, निवास स्थलों पर जाने की अनुमति दी जाएगी । जनपद में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की नियमित समीक्षा सुनिश्चित की जाए तथा आवश्यक वस्तुओं की दरों का अधिकतम मूल्य जिलाधिकारियों द्वारा निर्धारित करते हुए ऐसी वस्तुओं की जमाखोरी एवं मुनाफाखोरी पर अंकुश लगाये जाने का निर्देश दिया गया है । सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ईट-भट्टों को चालू रखने को कहा है।   वहां कार्य कर रहे श्रमिकों हेतु खानपान एवं अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की व्यवस्था की जाए। जनपद में दवाओं की आपूर्ति की भी नियमित समीक्षा की जाए तथा दवाओं की आवश्यकता होने पर अविलंब प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को अवगत कराया जाए।
    इसी क्रम में जिलाधिकारी दिनेशकुमार सिंह ने यह भी आदेश निर्गत किया कि सभी उप जिलाधिकारीयों एवं थानाध्यक्षों को निर्देश देते हुए कहा है कि अधिकारी गण यह भी सुनिश्चित करें कि अण्डे की दुकानें खुली रहेगी इनको न रोका जाए , तथा गांव से किसान अपनी सब्जी जो मण्डी में ले जा रहे हैं उन्हें भी किसी प्रकार की परेशानी न हो। किसान अगर गांव से भूसा ला रहा है तो उसे भी न रोका जाए। जिससे पशुओ को चारे की दिक्कत न हो। ब्रेड बनाने वाले अपना ब्रेड बना सकते हैं कारखाने चला सकते हैं उनको भी किसी तरह न रोका जाए। इस आशय की जानकारी एक सरकारी विज्ञप्ति के जरिए जिला प्रशासन ने दी है।

Comments

Popular posts from this blog

इंजीनियर आत्महत्या काण्ड के अभियुक्त पहुंच गए हाईकोर्ट लगा दी जमानत की अर्जी सुनवाई सोमवार को फैसले का है इंतजार

अटल जी के जीवन में 'हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा"की थी स्पष्ट क्षलक -डा अखिलेश्वर शुक्ला ।

त्योहार पर कानून व्यवस्था दुरुस्त रखने एवं हर स्थित से निपटने के लिए बलवा ड्रील का हुआ अभ्यास,जाने क्या है बलवा ड्रील